सिद्धार्थ महाविद्यालय आखलौर खेडी, परगना व तहसील-देवबन्द, जिला-सहारनपुर, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पूर्णतः ग्रामीण अंचल में स्थित महाविद्यालय का मुख्य उदेश्य महान समाज सुधारक, प्रबोद्धक, विचारक, दार्शानिक एवं क्रान्तिकारी महात्मा ज्योतिराव गोविन्दराव फुले, ज्ञान की सरस्वती व महिला शिक्षा की जननी भारत की प्रथम महिला अध्यापिका माता सावित्रीबाई फुले के सिद्धातों को साकार करना है। महाविद्यालय में अधिकतर गरीब, असहाय छात्र/छात्राऐं अध्ययनरत्त है, जिनकी हर सम्भव सहायता करना महाविद्यालय की प्राथमिकता रही है। महाविद्यालय में कुशल अध्यापकों द्वारा शिक्षा प्रदान की जा रही है। छात्र/छात्राओं पर विशेष ध्यान दिया जाता है साथ ही साथ बच्चों की सुरक्षा हेतु हमारी पहली प्राथमिकता है जिसके लिये सुरक्षागार्डो की सुव्यवस्थित व्यवस्था की गयी है।
मैं आशा करती हूॅ कि महाविद्यालय में प्रवेश लेने वाले छात्र/छात्राऐं अपने प्राचार्य, प्राध्यापकगणो व अन्य कर्मचारियों का सम्मान करेगें तथा अनुशासित रहकर शिक्षा ग्रहण करेंगे। छात्र/छात्राओं की सुविधा के लिये महाविद्यालय में भव्य पुस्तकालय, क्रीडा स्थल, स्वच्छ शौचालय, पेयजल, जेनरेटर/बिजली की सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक छात्र/छात्रा शिक्षा के जिस क्षेत्र में भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हों वें पूर्ण दृढ इच्छा-शक्ति एवं लगन के साथ शिक्षा ग्रहण करें।
मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करती हूॅ। आपका मंगल हो।
" इंसान के अन्दर ही शान्ति का वास होता है,उसे बाहर न तलाशे। "